बांस की खेती कैसे करें | Bamboo Farming Business Idea

Bamboo Farming बांस का महत्व

आप सभी को जानकर हैरानी होगी कि भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में बांस की खेती बहुत अधिक मात्रा में की जाती है और बांस के महत्व को देखते हुए विश्व बांस दिवस (world-bamboo-day) जो की 18 सितंबर को मनाया जाता है

बांस – प्रकृति का उपहार

धरती पर प्रकृति के द्वारा इंसानो को कई उपहार दिए गए है जिनमे उन अद्भुत उपहारों में से बांस (Bamboo Farming) भी एक है अगर हम बात करे बांस के पौधे की तो इसका वैज्ञानिक नाम बंबूसा बुलगारिस है जिसे भारत में आम भाषा में बांस कहा जाता है बांस की लगभग 136 प्रजातियां भारत के अंदर पाई जाती है। भारत के अंदर बांस के पौधे को हरा सोना (Green Gold) के नाम से भी जाना जाता है यह विकास और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है इनमें से बांस की मुख्य तोर पर 10 प्रजातियां ऐसी है जिनका ज्यादा उपयोग बांस की खेती के तोर जाता है।अगर केवल भारत की बात करें तो भारत में मुख्यत: दो तरह की बांस की प्रजाति बांस की खेती के लिए काम ली जाती है। पहली बैम्बुसा एरुण्डीनेसीया (Bambusa aerundinacea) और दूसरी डेन्ड्रोकैलामस स्ट्रीक्ट्स (Dendrocalamus strictus) प्रजाति है।

भारत में इन्हे कांटा बांस के नाम से जाना जाता हैं। यह भारत के लगभग सभी राज्यों मे पाया जाता है मुख्य तौर पर यह महाराट्र, मणिपुर, उडि़सा, बिहार, कर्नाटक, तामिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल,उत्तर प्रदेश, तथा भारत के उतरी पश्च्मि राज्यों मे इनकी खेती की जाती हैं। इस बांस का इस्तेमाल बांस की बल्ली बनाने में, सीढ़ी बनाने में, टोकरी,चटाई, निर्माण कार्य, फर्नीचर व कृषि यंत्र बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।

बांस की खासियत

बांस की खेती (Bamboo Farming) की सबसे अच्छी और विशेष बात यह होती है कि अगर आप बांस की खेती को बंजर भूमि में भी करते हैं तो बांस की खेती बंजर भूमि को भी उपजाऊ भूमि में बदल देती है बांस की खेती से बंजर जमीन को सही किया जा सकता है. बांस की फसल की एक बहुत बड़ी खासियत और फ़ायदा यह भी है कि यह किसी भी मौसम को आसानी से झेल सकते हैं इनको कोई नुकसान नहीं होता है. बांस की फसल को एक बार लगाने के बाद कई सालो तक इससे उपज लिया जा सकता है. बांस की खेती (Bamboo Farming) में खर्चा बहुत काम होता है इसके साथ ही इसमें मेहनत भी बहुत कम लगती है जबकि कमाई बहुत ज्यादा होती है. बांस के पौधे को अलग से खाद पानी देने की आवश्यकता नही होती।

बांस की खेती ही क्यों करें (Bamboo Farming Business Idea)

जो लोग बांस की खेती करने का सोच रहे हैं उनके मन में यह विचार भी आ रहा होगा कि आखिर बांस की खेती क्यों करें तो आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण बाते बांस की खेती के बारे में के बारे में :-

भारत के अंदर पिछले कुछ सालों में बांस की खेती (Bamboo Farming) का चलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है बांस की खेती (Bamboo Farming) में मेहनत और देख रेख बहुत कम होती है और इससे कमाई बहुत अच्छी होने के कारण से देश भर में बांस की खेती का चलन लगातार बढ़ रहा है. किसानों और कृषि विशेषज्ञ यह मानते हैं कि बांस की खेती अन्य फसलों की तुलना में बहुत ज्यादा सुरक्षित है.बांस की खेती (Bamboo Farming) शुरू करके आप कुछ ही समय में बहुत अधिक मुनाफा आसानी से कमा सकते हैं इन सबके अलावा बाजारों के अंदर बांस से बने सामानों की बहुत ज्यादा मांग है बांस की खेती एक बार करने के बाद आपको लगभग 10 साल तक उसकी फसल प्राप्त होती है

भारत के इस राज्य में होती है सबसे ज्यादा बांस की खेती

भारत में सबसे ज्यादा बांस की खेती असम में की जाती है चीन के बाद भारत ही वह देश है जहां पर सबसे ज्यादा बांस की खेती की जाती है

बांस की खेती (Bamboo Farming) कैसे शुरू करें

Bamboo Farming Tips: अगर आप बांस की खेती शुरू करना चाहते है तो आप के लिए ये कुछ जरुरी बाते जानना जरुरी है

बांस की खेती शुरू करने के लिए बांस के पौधे की रोपाई जुलाई के महीने में शुरू कर सकते हैं. बांस का पौधा लगभग तीन महीने के अंदर ही प्रगति (बढ़ना) शुरू कर देता है. समय समय पर बांस के पौधो की देखरेख व उनकी कटाई – छटाई करते रहना चाहिए, बांस के पौधे की कटाई छटाई अक्टूबर से दिसंबर तक की जा सकती है. एक बात के पौधे को पूरी तरह से तैयार होने में लगभग 3 से 4 साल का समय लग जाता है बांस के पौधों को आप आसानी से सरकारी नर्सरी से बिल्कुल फ्री में प्राप्त कर सकते हैं

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बांस की खेती में लागत

अगर आप बांस की खेती (Bamboo Farming) शुरू करने का सोच रहे हे तो आपको बांस की खेती के अंदर 3 साल में बांस के 1 पौधे की कीमत ₹240 आती है

राष्ट्रीय बांस मिशन

भारत सरकार भी देश में बांस की खेती (Bamboo Farming) को बढ़ाने का प्रयाश कर रही है भारत में बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने साल 2006-2007 में राष्ट्रीय बांस मिशन शुरू किया था | बांस की खेती करने पर सरकार किसानों को बांस के हर पौधे पर ₹120 की सहायता राशि दे रही है. जहां बांस की खेती के अंदर 3 साल में बांस के 1 पौधे की कीमत ₹240 आती है, इसका मतलब यह है कि सरकार बांस की खेती Bamboo Farming करने पर आप को सब्सिडी के रूप में किसानों को आधी रकम दे रही है. राष्ट्रीय बांस मिशन के तहत बांस की खेती को बढ़ावा देने व लोगो की बांस की खेती से जुडी हर समस्या के समाधान के लिए सरकार द्वारा हर राज्य में मिशन डायरेक्टर बनाए गए हैं। वो जिलेवार अधिकारी तय करते हैं कि कौन किस विभाग को देखेगा। इसके तहत इन्हे तीन विभागो में शामिल किया जाता है जो एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट और इंडस्ट्री है। इंडस्ट्री इसके प्रोडक्ट की मार्केट की साड़ी जानकारी आप को प्रदान करेगी। जिले में इसका नोडल अधिकारी आपको इसकी सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।

बांस की खेती (Bamboo Farming) के लिए प्रजाति का चयन करना

बांस की खेती की शुरूवात करने से पहले आपको यह तय करना होगा कि आप किस बांस की खेतीं करना चाहते है मार्केट में बांस की अलग-अलग प्रजाति अलग अलग काम के लिए होती है बांस की कुछ प्रजातिया जिनका इस्तेमाल फर्नीचर का सामन बनाने में ही होता हैं तो इसके हिसाब से बांस की प्रजाति का चुनाव करना होगा। इसी तरह बांस के खिलौनों के लिए अलग प्रजाति का चुनाव करना पड़ता हैं। वहीं अगर आप इसे प्लास्टिक के विकल्प के तौर पर घरेलू आइटम बनाने में करना चाहते हैं तो उसके लिए बांस की अलग प्रजाति का चुनाव करना होता है।

बांस के साथ करें दूसरी खेती

बांस की खेती (Bamboo Farming) में बांस के एक पौधे से दूसरे पौधे के बिच की दुरी तीन से चार मीटर की दूरी पर लगाया जाता है। इसलिए बांस के इन पोधो के बिच में ही आप कोई दूसरी फसल की खेती कर सकते है। इससे किसान को और ज्यादा आदमनी और मुनाफा होगा। इसकी पत्तियों को पशुओं के लिए चारे के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

कितनी होगी कमाई

अगर आप बांस की खेती से अच्छा पैसा कमाना चाहते है और अगर आप एक हेक्टेयर के अंदर लगभग 1400 से 2200 पौधे लगाते हैं और इसके साथ ही अगर आप इन पौधों के बीच में कोई और फसल भी उगाते हैं तो आपको लगभग 3 से 4 साल के बाद करीब 3 लाख रुपए से उपर की कमाई होने लगेगी। बांस की खेती की सबसे महत्वपूर्ण और खास बात ये है कि बांस की खेती एक बार लगाने के बाद लगभग 40 साल तक चलती है इसे बार-बार लगाने की जरूरत नहीं होती है। बांस एक बार लगने के बाद 40 साल तक कमाई दे सकता है।

बांस के पौधे के लाभ

बांस का पौधा लाता है सकारात्मकता – बांस का पौधा अपने घर में लगाने पर आपको सकारात्मकता महसूस होती है और उसके साथ यह सौभाग्य को आकर्षित करता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बांस का पौधा घर में सौभाग्य और धन को कभी कम नहीं होने देता

बांस करता है हवा को शुद्ध – बास एक ऐसा पौधा है जो कार्बन डाइऑक्साइड को अपने अंदर लेकर ऑक्सीजन उत्पन्न करता है इस प्रकार से जहां बांस की खेती होती है वहां पर शुद्ध हवा मिलती है बांस हवा के अंदर से विशुद्ध कणों को साफ कर देता है

बांस के पौधे को उगाना है आसान – बांस का पौधा सबसे तेज उगने वाले पौधों में से एक है अगर आप किसी पौधे की देखरेख नहीं कर सकते हैं तो आपको बांस का पौधा लगाना चाहिए क्योंकि यह पूरे साल बिना ज्यादा मेहनत के भी आसानी से उग सकता है

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